Pritika Singh Delhi : प्रीतिका सिंह की जिन्होंने 26 साल की उम्र में अपनी स्थायी नौकरी छोड़ दी , सपना था बिजनेस करने का । उन्होंने सन् 2020 में , मोह ( Mohh ) ब्रांड से एक कंपनी शुरू की , जो फर्नीचर आइटम और डेकोर आइटम बनाती है । प्रीतिका के संघर्ष और जुनून ने मात्र 5 साल में करोड़ों का कारोबार खड़ा कर दिया ।
जिंदगी में सफल बनने के लिए कुछ अलग और रिस्क लेना ही पड़ता है । प्रीतिका सिंह के जोश और जुनून ने यह साबित कर दिया कि , नई सोच व नए विचार और मेहनत से अगर कोई भी काम , शुरू किया जाए तो वह जरूर सफल होता है । सफल बिजनेस वूमेन प्रीतिका सिंह आज युवाओं के लिए एक प्रेरणा बन गई है । इस लिए आगे इस पोस्ट के माध्यम से आज हम Pritika Singh Delhi की सफलता की कहानी , उनके संघर्ष के बारे में जानेंगे ।
प्रीतिका सिंह का शुरुआती जीवन
प्रीतिका सिंह का जन्म स्थान दिल्ली है । वे एक बिजनेस मैन की बेटी है । इन्होंने साल 2012 में मॉडर्न स्कूल , दिल्ली से अपनी 12वीं की पढ़ाई पूरी किया । तथा 2015 में इन्होंने भगत सिंह कॉलेज से बीकॉम की शिक्षा प्राप्त की और लंदन यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री प्राप्त किया । इन्होंने साल 2016 में अर्न्स्ट एंड यंग कंपनी में लगातार एक साल तक जॉब भी किया । जहां प्रीतिका सिंह को 22000 रूपये सैलरी मिलती थी ।
फिर उन्होंने 2018 में एक हेल्थकेयर कंपनी में जॉब ज्वाइन किया जहां उनकी सैलरी 50000 रूपये थी । बिजनेस मैन के परिवार में जन्मी प्रीतिका सिंह का मन भी बिजनेस की तरफ ज्यादा लग रहा था । क्योंकि उनके घर में बिजनेस माहौल और पिता की बिजनेस आइडिया और उनके द्वारा बताए गए बिजनेस प्लेटफॉर्म से वे प्रभावित हुई और बिजनेस करने का फैसला किया । जिस कारण उन्होंने जनवरी 2020 में नौकरी छोड़ने का फैसला किया ।
Mohh नामक फर्नीचर ब्रांड की स्थापना
प्रीतिका सिंह ने साल 2020 में एक कॉर्पोरेट की नौकरी छोड़ ऑनलाइन बिजनेस मोह ( Mohh )की शुरुआत किया , जो एक फर्नीचर ब्रांड है । जिसका उद्देश्य लोगों को कम कीमत पर नए डिजाइन के फर्नीचर सेट प्रदान करना था । पिता एक पेशेवर बिजनेस मैन थे और प्रीतिका को अपने पिता के कहने पर कारोबार संसाधन का सहयोग भी मिला । प्रीतिका ने कठिन परिश्रम और लगन से एक ऑनलाइन बिजनेस मॉडल तैयार किया ।और मोह की स्थापना किया , कंपनी को चलाने के लिए प्रीतिका ने शुरुआत में 5 लोगों की एक टीम बनाया ।
लॉकडाउन में आगे बढ़ने का मौका मिला
मोह की फाउंडर ने जब बिजनेस स्टार्ट किया , उसी समय के आस पास 2020 में लॉकडाउन लगा था । ऑफिस दफ्तर सब पूरी तरह से बंद हो गए थे और उनको ‘वर्क फ्रॉम होम’ की सलाह दिया गया । लोगों को कही पर आना जाना बंद हो गया था । घर में रहने और काम करने वाले लोगों को स्टडी टेबल और डेस्क की जरूरत पड़ी । प्रीतिका ने इसी मौके का फायदा उठाया और WFH सीरीज नाम से बहुत से डिजाइन बनाया जो लोगों के लिए आरामदायक और घर के लिए सुंदर और अनुकूल हो ।
हालांकि फर्नीचर की तस्वीर लेना मुश्किल हो रहा था तभी प्रीतिका ने सोचा कि क्यों ना इसके लिए डिजिटल तरीका अपनाया जाए । उसके लिए उन्होंने कंप्यूटर-जनरेटेड इमेजरी ( CGI ) का इस्तेमाल करना बेहतर समझा । उन्होंने फर्नीचर प्रोडक्ट को 3D वेबसाइट पर अपलोड किया , जहां ग्राहक सीधे फर्नीचर के डिजाइन , रंग और क्वाल्टी को देख सकते थे । ठीक ऐसा ही हुआ जब उनकी वेबसाइट लाइव हुई , ठीक उसके अगले महीने यानी जून 2020 में पहला ऑर्डर बुक हुआ ,जो मोह की सफलता का शुरुआती चरण था ।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से कारोबार को बढ़ाया
प्रीतिका सिंह ने रिटेल स्टोर खोलने के बजाय अपने फर्नीचर समान को सेल करने के लिए केवल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया । उनका व्यापार मेड-टू-ऑर्डर’ मॉडल पर आधारित था और मकसद ग्राहकों को सुंदर, स्टाइलिश और बजट के अनुकूल फर्नीचर आइटम मुहैया कराना था । उन्होंने 40 लाख रुपए के निवेश से इस बिजनेस को शुरू किया । जिसमे उनको पहले महीने में 3.5 लाख का सेल हुआ ।
प्रीतिका सिंह ‘मोह’ कंपनी बहुत तेजी के साथ ग्रो कर रही थी । और मात्र 4 साल में उन्होंने लगभग 8000 मोह फर्नीचर ब्रांड के आइटम बेच डाले । इसके बाद मोह कंपनी का टर्नओवर 3.7 करोड़ पहुंच गया । अब मोह एक प्रसिद्ध ऑनलाइन फर्नीचर कंपनी बन गई है । जहां ग्राहकों को फर्नीचर आइटम के साथ साथ , डेकोर आइटम भी खरीद सकते है जिसमें कस्टमाइजेशन का विकल्प भी शामिल है । आज मोह कंपनी के पास 9000 से अधिक आकर्षक डिजाइन के फर्नीचर आइटम और डेकोर आइटम उपलब्ध है ।
प्रीतिका की सफलता युवाओं के लिए प्रेरणा बना
प्रीतिका की सफलता की कहानी आज युवाओं के लिए एक प्रेरणा बन गई है । कैसे प्रीतिका सिंह ने दिखा दिया कि धैर्य ,संघर्ष और जुनून से कुछ भी हासिल किया जा सकता है । कोई भी कारोबार छोटा बड़ा नहीं होता , बस उसको करने की कला और समय की मांग क्या है ये जानना आना चलिए । बिजनेस मैन परिवार से ताल्लुक रखने वाली प्रीतिका ने कैसे दिखाया कि अपने पारिवारिक बिजनेस संसाधनों का उपयोग कर एक अच्छा बिजनेस स्टार्टअप किया जा सकता है ।
इसी तरह मोह की फाउंडर ने करोना महामारी जैसे समय में अपने व्यापार की अवसर को समझा । जहां सभी दुकानें बंद रहती है और ऑफिस बंद रहता है । लोगो को घर से काम करने के लिए फर्नीचर आइटम की जरूरत पड़ेगी । इसलिए प्रीतिका सिंह ने इस अवसर को अलग ही नजरों से देखा और उपयोग किया । उन्होंने तुरंत नौकरी छोड़ दी और नए काम खोज निकला और mohh एक ऑनलाइन कंपनी बनाई जो एक फर्नीचर ब्रांड है । आज कंपनी का करोड़ों का टर्न ओवर है ।
अंत में –
प्रीतिका सिंह ने नौकरी छोड़ कर नया बिजनेस स्टार्ट कर दिखा दिया कि कैसे किसी भी परिस्थिति में सफल बिजनेस वूमेन बना जा सकता । आज आपने प्रीतिका सिंह दिल्ली की सफलता की कहानी पढ़े है । हमें उम्मीद है कि उनके संघर्षों से भरी ये कहानी आपको पद कर अच्छा लगा होगा । धन्यवाद
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